बाबासाहेब डॉ. आंबेडकर का अंतिम संदेश
मैंने तुम्हारे लिए जो कुछ भी किया हैं,
वह बहुत मुसीबतों अत्यंत दुःखो और बेशुमार,
विरोधियों का मुकाबला करके किया हैं,
यह कारवां आज जिस जगह पर हैं,
इस जगह पर
मैं इसे बड़ी मुसीबतों के साथ लाया हूँ,
तुम्हारा कर्तव्य है कि यह कारवां सदा आगे ही
बढ़ता रहे,
बेशक़ कितनी भी रुकावट क्यों न आये,
यदि मेरे अनुयायी इसे आगे न बढ़ा सकें,
तो इसे यहीं छोड़ दे,
पर किसी भी हालात में
इसे पीछे न जाने दे।
आप लोगों को मेरा यहीं अन्तिम सन्देश है।
– डॉ. भीमराव अंबेडकर