महान जीवनसाथी रमाबाई अंबेडकर
भीमराव का विवाह- भीमराव अंबेडकर की 17 वर्ष की उम्र में 9 वर्ष की उम्र वाली रमाबाई से शादी कर दी गई. रमाबाई के पिता भिक्कू वालंगकर दापोली में कुली की नौकरी करते थे. रमाबाई पढ़ी-लिखी नहीं थी, फिर भी उन्होंने जीवन पर्यंत बाबासाहेब का कठिन परिस्थितियों में साथ दिया. रमाबाई की कोख से यशवंतराव, रमेश, गंगाधर, राजरत्न व पुत्री इंदु सहित 5 बच्चों का जन्म हुआ. यशवंतराव को छोड़कर सभी बच्चे बीमारी से इलाज के अभाव में कम समय के अंतराल में ही मृत्यु को प्राप्त हुए. खराब आर्थिक स्थिति में अभावों की जिंदगी जीकर, उपले बेचकर भीमराव को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर बनाने वाली रमाबाई अंबेडकर ही थी. बाबासाहेब रमाबाई को प्यार से रामू, रामो अथवा रमाई बुलाते थे. 27 मई 1935 को बीमारी के कारण रमाबाई का निधन हो गया. बाबा साहेब डॉक्टर अंबेडकर ने अपनी पुस्तक “थॉट्स ऑन पाकिस्तान” अपनी पत्नी रमाबाई को समर्पित की है. बाबासाहेब धन्य थे जो उन्हें रमाबाई जैसा जीवनसाथी मिला.
जय भीम.जय भारत.
आलेख- बीरबल सिंह बरवड़
संपादक- भीम प्रवाह पब्लिकेशन सीकर राज. मो. 7891189451